जम्मू और कश्मीर की झीलें

भारत की प्रमुख झीलें




अगर हम बात करें भारत की प्रमुख झीलें, तो भारत में बहुत सारी झीलें हैं। और इसलिए हम कह सकते हैं कि भारत एक झीलों का देश है क्योंकि भारत में बहुत सारी झीलें पाई जाती हैं वैसे मैं आपको बता दूं कि झीलों का देश फिनलैंड को कहा जाता है इस को हम अलग-अलग तरह से बोले तो फिनलैंड को झीलों का देश कहा जाता है फिनलैंड में बहुत सारी जी ले पाई जाती हैं फिनलैंड की सबसे बड़ी झील का नाम साइमा है फिनलैंड की सबसे बड़ी झील है लेकिन आज हम सिर्फ भारत के जिलों के बारे में ही जानेंगे सबसे पहले हम मानचित्र को लेते हैं तो जैसे कि हम जानते हैं भारत के मानचित्र में सबसे ऊपर जम्मू और कश्मीर हैं उसके बाद हिमाचल प्रदेश फिर उत्तराखंड इसके बाद राजस्थान इसके बाद महाराष्ट्र उसके बाद तेलंगाना फिर ओडिशा आंध्र प्रदेश फिर तमिलनाडु फिर केरल उसके बाद मणिपुर पहले हम उत्तरी पूर्वी राज्य मणिपुर की झील के बारे में पढ़ लेते हैं इस राज्य में लोकतक झील पाई जाती है इस लोकतक झील को तैरती झील भी कहा जाता है अब बात आती है कि इस झील को तहसील क्यों कहते हैं इस चीज को तहसील इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस खेल में घास पाई जाती है और वह हमेशा तैरती रहती है उसके ऊपर जो खास होती है उसके ऊपर आपको घर भी दिखेंगे
१. जम्मू कश्मीर की झीलें:सबसे पहले हम मानचित्र में देखते हैं मानचित्र में हमने देखा जम्मू कश्मीर की राजधानी है श्रीनगर श्रीनगर के पास पाई जाती है डल झील इसी झील के पास एक झील और पाई जाती है जिसका नाम है नागिन झील अब आप लोग सोच रहे होंगे कि क्या इस झील में बहुत सारे नाग पाए जाते हैं तो प्यारे बच्चों ऐसा नहीं है इसके अंदर कोई नाक नहीं पाया जाता नागिन झील एक ऐसी झील है जो चारों तरफ से पेड़ पौधों से फ्री हुई है नागिन झील में थोड़ा नीचे आने पर हमें मिलता है वेरीनाग स्प्रिंग इस जगह से निकलती है झेलम नदी अब मानचित्र में थोड़ा सा नीचे आएंगे तो वहां पाई जाती है शेषनाग झील झेलम नदी द्वारा एक झील का निर्माण हुआ उसका नाम है नीचे कुछ अन्य जिलों के नाम दिए गए हैं



जम्मू और कश्मीर की झील


1. डल झील
2. नागिन झील
3. शेषनाग झील
4. वुलर झील
5. गंगाबल झील
6. मानसबल झील
7. वेरीनाग झील
8. कोसर नाग झील/विष्णुपद झील
9. आचार झील
10. कृष्ण सर जी
11. गार्ड सर झील
12. मानसरोवर
13. विशन सर


कृष्ण सर

 सबसे पहले हम बात करते हैं कृष्ण सर झील की कृष्ण सर का अर्थ होता है कृष्ण का सरोवर यह झील भारत के जम्मू और कश्मीर के गांदेरबल जिले के सोनमर्ग कस्बे के पास स्थित है यह एक पर्वतीय झील है क्या आप जानते हो इसकी लंबाई व चौड़ाई कितनी है क्रिश्चियन सर झील की लंबाई दशमलव 95 किलोमीटर है और चौड़ाई दशमलव 6 किलोमीटर है अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह झील कितनी बड़ी है क्या आप जानते हैं इसके पास कौन सी झील है यह इस झील के पास दिल है और इसीलिए कृष्ण सर जेल की तुलना में हैं झील झील है क्या आप जानते हैं इसके पीछे कौन सा पर्वत है इस झील के पीछे विष्णु पर्वत है एक बात बताना भूल गया कि की तुलना में इसलिए करते हैं क्योंकि झील का रंग कुछ-कुछ हरा दिखाई देता है और विषणसर झील का रंग नीला और एक बात और है इन दोनों में इन दोनों जिलों में ट्राउट मछली पाई जाती है हम आपको बता दें कि ट्राउट मछली भारत की नहीं है यह मछली उत्तरी यूरोप में पाई जाती है परंतु इस मछली को यूरोप से लाकर भारत की कई नदियों और झीलों में छोड़ा गया जिससे लोग इसका पालन कर सकें और मछली को खाकर आनंद ले सकें इस चीज के आसपास काफी खुले घास के मैदान है जहां पर लोग अपने भेड़ बकरी को चुराते हैं और आपको एक और चीज बताता हूं यहां पर नदियां सर्दियों में बहुत पड़ती है और चील भी जमने लगती हैं


कोसर नाग

कौशल नाग झील की भी काफी बड़ी झील है कौशल नाग झील को विष्णु का झील भी कहा जाता है कौशल नाग झील जम्मू कश्मीर में पाई जाती है यह झील जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में पाई जाती है इस जेल में पीर पंजाब पंजाब पंजाल पर्वत श्रेणी पर झील है क्या आप जानते हैं कि इसकी लंबाई और चौड़ाई कितनी है इस झील की लंबाई लगभग 3 किलोमीटर है और चौड़ाई अधिकतम चौड़ाई लगभग 2 किलोमीटर है


गंगाबल झील

 गंगाबल झील एक बहुत ही सुंदर और साफ झील है आपको हम बता देंगे इसको गंगाबल खेल क्यों कहते हैं हिंदू मान्यता के अनुसार इस जेल को बहुत ही पवित्र माना गया है इसको गंगा नदी के जल के अनुसार इस जल को भी पवित्र मानते हैं लोग यह धार्मिक पूजा करते हैं और मृत लोगों को की अस्थियां अस्थियां विसर्जित करने के लिए इस झील का उपयोग किया जाता है इस डील को गंगाबल झील भी कहते हैं गांदेरबल जिला यह झील जम्मू कश्मीर के अंदर एक गांदर पर जिला है इस जिले में हरमुख पर्वत के नीचे यह झील है यह एक पर्वतीय झील है क्या आप जानते हैं इसकी लंबाई और चौड़ाई कितनी है इस झील की लंबाई 2.5 किलोमीटर लंबी है और चौड़ाई 1 किलोमीटर है आपको पता है जेल में पानी कहां से आता है इस झील में पानी पास के झरनों और पिघलती बर्फ से आता है


गार्ड सर झील

 गॉड से झील एक स्वच्छ पर्वती झील है इस जेल बर्फ के पिघलने से बनती है अब हम आपको बताएंगे कि गार्ड सर का मतलब क्या होता है कश्मीरी भाषा के अनुसार गार्ड का अर्थ होता है मछली और सर का अर्थ होता है सरोवर इसका मतलब गार्ड सरजील का अर्थ है मछलियों वाला सरोवर क्या आप जानते हो इस जेल यह शेर भी कहते हैं जेम सर का अर्थ होता है मृत्यु की झील यह सब जिम ऋतु के देवता का नाम है उनका ही दूसरा रूप है इस खेल के आसपास जो लोग अपने भेड़ बकरी चराने आते हैं उनका मानना यह है कि इस झील के अंदर एक खतरनाक जीव रहता है और कोई जीव जैसे भेड़ बकरी के किनारे जाते हैं तो खतरनाक जीव भेड़ बकरी को खींच लेता है और मारकर खा जाता है यहां तक कि इंसानों को भी नहीं छोड़ता लोग इसके पास मछली पकड़ने भी जाते हैं इस दिल से निकलने वाला पानी आगे जाकर किशनगंगा की एक उपनदी बनाती है गार्ड से झील भारत के जम्मू और कश्मीर के गांदेरबल जिले में सोनम कस्बे के पास है 10 मीटर पर स्थित है इसकी ऊंचाई 0.8 किलोमीटर है मीटर है


डल झील:

 यह जेल भारत की दूसरे नंबर की सबसे बड़ी झील है डल झील कश्मीर के श्रीनगर में स्थित है यह झील बहुत ही प्रसिद्ध झील है और डल झील को हम कश्मीर का मुकुट या श्रीनगर का कहना भी कहते हैं डल झील 3 दिशाओं से पहाड़ियों से घिरी हुई है यह जेल 26 किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है इस झील की खास बात यह है कि इस झील में कश्मीर घाटी की बहुत सारी झीलें डल झील के आकार मिलती है क्या आप जानते हैं इस झील के प्रमुख जिला से कौन-कौन से हैं गगरीबल लोकदल बोडल तथा नागिन यह चार प्रमुख जिला से हैं भारत के अंदर डल झील को सबसे सुंदर जिलों में बताया जाता है रूप लंग दीप लुकुट के बीच में स्थित है और सोनल अंग दीप बॉर्डर जलधारा के मध्य में स्थित है अगर पूरे भारत में कोई जम्मू कश्मीर आता है और इन जिलों को देखे बिना जाता है इसको भी नहीं जाता है जल झील की गहराई 6 मीटर है और इसकी जल क्षमता 98 3000 0 मीटर क्यूब है


मानसर झील

मानसागर झील एक पर्वतीय झील है जो पर जम्मू कश्मीर के राज्य श्रीनगर में स्थित है श्रीनगर से उत्तर की तरफ यह पर्वतीय झील पाई जाती है इस झील के आसपास 3 बस्तियां पाई जाती है जरोक अर्बन चंडावल और गांदर बल वह 3 बस्तियां मानसरोवर झील के आसपास पाई जाती हैं इसका जो पानी है वह इस झील के किनारे कमल के फूल भी लगे हुए हैं इस झील की लंबाई 5 किलोमीटर बताई जाती है और चौड़ाई 1 किलोमीटर इस चीज की गहराई 13 मीटर है जो जम्मू कश्मीर की सबसे बड़ी गहरी झील है बताई जाती है इस जल की औसत गहराई 4.5 मीटर है इस झील को मीठे पानी की झील भी कहा जाता है


मानसरोवर

 मानसरोवर झील जम्मू की बहुत सुंदर जिलों में से एक है यह झील जम्मू से 62 किलोमीटर दूर स्थित है इस मानसरोवर की पवित्रता और बहुत सी कथाएं मानसरोवर झील से जुड़ी हुई है आपको बता दें कि जब किसी की नई-नई शादी होती है तो उसके पास एक शेषनाग का मंदिर है और जो नई शादी करने के बाद इसकी तीन बार परिक्रमा करता है तो बहुत शुभ माना जाता है यह मंदिर मानसरोवर के पूर्वी तट पर स्थित है इसके इसमें नाक की बातें हुई है वह नाम भगवान विष्णु के लिए सरिया बनाता है इसके बहुत सारे शेर हैं इसी के पास महादेव और नरसिंह भगवान का प्राचीन मंदिर है कुछ आगे जाने के बाद वहां एक देवी दुर्गा का मंदिर है


विषणसर झील

विसरशील एक स्वच्छ पर्वतीय झील है क्या आप जानते हैं कि यह कितनी बड़ी है विषम झील 1 किलोमीटर लंबी और 0.6 किलोमीटर चौड़ी है विशन झील का स्रोत किशनगंगा नदी से है इस झील की सतह से ऊंचाई 3710 मीटर है विशन से झील जम्मू कश्मीर के गांदेरबल जिले के सोमवार कस्बे के पास है इस जेल के पीछे विष्णु पर्वत खड़ा है और आपको हम बता दें कि इनको तुलना कृष्ण सर झील से करते हैं कि कृष्ण सर झील का रंग कुछ कुछ हरा दिखाई देता है और अगर हम यह हम बात करें विषणसर झील की तो इसका रंग नीला दिखाई देता है इन दोनों के आउट मछली पाई जाती हैं आपको हम बता दें कि यह असली भारत की नहीं है इसे यूरोप चला गया है यह असली यूरोप में पाई जाती है और इन मछलियों को छोड़ दिया गया जिससे इसका यहां पालन हो सके जिसको काफी नदियों में छोड़ा गया जिससे लोग इसका पालन कर सके और इन मछली को खाकर आनंद ले सकें सर्दियों में यहां बहुत पर होती है जिसके कारण झील जम जाती है इस दिल की एक धारा आगे जाकर दो जगह पर बढ़ जाती है मतलब दो धाराओं में परिवर्तन हो जाती है एक तो दक्षिण दिशा में जाकर सिंधु नदी की आनंदी बनती है और अगर हम बात करें दूसरी धारा की तो वह उत्तरी दिशा में जाकर किशनगंगा नदी सुख कर दी है


वूलर झील

 वूलर झील भारत की मीठे पानी की सबसे बड़ी झील है वह चीज झेलम नदी के रास्ते में आती है इसकी एक खास बात यह है कि यह नदी इस झील के अंदर पानी डालती है और आगे जाकर पानी निकाल भी लेती है यह झील जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा जिले के में है मौसम को देखते हुए इस खेल में कुछ परिवर्तन होते रहते हैं जैसे इसका आकार में घटना पटना आकार में बहुत सी कोड होता है इसके अधिकतम लंबाई 16 किलोमीटर है और अधिकतम चौड़ाई 9.6 किलोमीटर है और ज्यादा होता रहता है आपको हम बता दें कि इसके अंदर लहरें आती रहती हैं इसलिए अब हम आपको बताते हैं इसका नाम बहुत साल पहले की बातें हैं किजब इस झील के अजी देवता महा प्रदा देवता थे तो इसी नाम पर वूलर झील को महा प्रदर्शन कहते हैं इस जेल में बड़ी-बड़ी लहरें आने के कारण इसका आकार भी काफी बड़ा होता जाता है एचएल कभी-कभी तो बहुत सांसद है पर भी अचानक से बहुत ज्यादा खतरनाक लहरें उठने लगती हैं तो इस तो इसी बात को मध्य नजर रखते हुए इसका नाम संस्कृत में उल्लर रखा गया है इसमें जो ला रही थी उन लहरों को संस्कृत में उल्लर कहा जाता है फिर उस नाम को वितरित करते हुए गूलर का नाम पड़ गया इसकी सतह से ऊंचाई 50 मीटर है



नागिन झील

नागिन झील भारत में पाई जाती है यह झील जम्मू और कश्मीर में श्रीनगर शहर की डल झील से 6 किलोमीटर दूर है नागिन झील के चारों तरफ बहुत सारे पेड़ हैं यह झील था और चारों तरफ से घिरी हुई है पेड़ों से नागिन झील डल झील का एक छोटा सा और बहुत सुंदर शर्मा नाग है भाग है



शेषनाग झील: 

शेषनाग झील जम्मू कश्मीर की सुंदर जिलों में से एक है जम्मू कश्मीर के पहलगाम के पास ही पाई जाती है तो शेषनाग झील की ऊंचाई 3590 मीटर है यह झील अमरनाथ गुफा तक जाती है इन दोनों की दूरी लगभग 30 किलोमीटर है जो लोग जिलों को देखने जाते हैं वह सब शेषनाग झील देखने जरूर जाते हैं क्या आप जानते हैं शेषनाग झील की कितनी बड़ी है इस झील की लंबाई 1.1 किलोमीटर है और शेषनाग झील की चौड़ाई 1.7 किलोमीटर है क्या आप जानते हैं इसका नाम क्यों रखा जाता है हिंदू कहानी के अनुसार और इतिहास के अनुसार खुद को खुदा था और अपना निवास स्थान बना लिया इसलिएइस झील का नाम से स्थान पर रखा गया एक बात और भी काफी बार इसमें शेषनाग को कभी-कभी साथ शेर कभी पांच से लिया कभी छह सिरको के साथ देखा गया ऐसा कहा के रहने वाले लोगों का कहना है पर जैसा कि हम जानते हैं कि हिंदू धर्म के अनुसार शेषनाथ के साथ सर होते हैं.


बेरीनाग झील:

यह झील जम्मू कश्मीर में पाई जाती है अगर हम भारत के मानचित्र में देखे तो यह झील नागिन झील से थोड़ी सी नीचे दिखाई देती है और यहीं से निकलती है झेलम नदी.

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